बीएसएफ कैंप मेरु में फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और दस्तावेजों के साथ दो गिरफ्तार भेजे गए जेल
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हजारीबाग में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा
बढ़ती बेरोजगारी का आलम ये है कि अब रोजगार के नाम पर युवाओं से मोटी रकम वसूल कर उनसे फर्जीवाड़ा किया जा रहा है,
बीएसएफ कैंप मेरु में फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और दस्तावेजों के साथ दो गिरफ्तार भेजे गए जेल, दोनों बंगाल के हैं रहनेवाले
पूछताछ में बताया-दलाल ने थमाया था ज्वॉइनिंग लेटर
हजारीबाग बीएसएफ मेरु कैंप में फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और कागजात लेकर आए दो संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। इस संदर्भ में मुफ्फसिल थाना में कांड दर्ज कर न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेपी कारा भेज दिया गया । पकड़े गए दोनों पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं। जिसमें पौलूस सोरेन पिता नरेश सोरेन ग्राम चौकी बलिया थाना सागर दिघी जिला मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल और रवि बेसरा पिता दीप्ति बेसरा ग्राम गुदादंगा थाना नभग्राम जिला मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल निवासी हैं।
दोनों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह किसी दलाल के चक्कर में पड़ गए थे। दलाल पश्चिम बंगाल का ही रहने वाला है। जिसने इन्हें नकली ज्वॉइनिंग लेटर थमा दिया ।बहाली कराने के एवज में उनसे मोटी राशि भी ली है। दलाल ने प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से इनसे पैसा ट्रांसफर कराया है। पुलिस को दलाल का सुराग मिल गया है। थाना प्रभारी कुणाल किशोर ने बताया कि गिरफ्तार कर दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।हजारीबाग स्थित बीएसएफ कैंप मेरु में दोनों अभ्यर्थियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ज्वॉइनिंग करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया।
सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन के दौरान बीएसएफ के पदाधिकारी को इन दोनों पर शक हुआ। इसके आधार पर सर्टिफिकेट का बहुत ही गहनता के साथ जांच की गई। जांच के दौरान यह पाया गया कि ज्वॉइनिंग लेटर ही फर्जी है। बताया जा रहा है कि किसी माध्यम से नौकरी पाने के लिए इन लोगों ने भारी भरकम पैसा दलाल को दिया है ।
रैकेट का होगा खुलासा
पकड़े गये दोनों अभ्यर्थी पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद के रहनेवाले है
जनवरी 2025 में भी फर्जी तरीके से बहाल होने आये थे दो अभ्यर्थी एक से 60 हजार और दूसरे से 1.20 लाख रुपये लेकर जारी किया गया था फर्जी जवाइनिंग लेटर
अब हजारीबाग पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है कि आखिर इसका सूत्रधार कौन है। बताया यह भी जा रहा है कि किसी प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से पैसा ट्रांसफर भी किया गया है। जिस व्यक्ति को ट्रांसफर किया गया है उसके बैंक डिटेल भी खंगाला जा रहा हैं।दोनों अभियुक्तों को बीएसएफ अधिकारियों की सतर्कता के कारण पकड़ा जा सका ।
मुफ्फसिल थाना प्रभारी कुणाल किशोर ने कहा कि पांच महीने के अंतराल में बीएसएफ में फर्जी तरीके से बहाल होने आये चार अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों मामले से खुलासा हुआ है कि बीएसएफ में फर्जी तरीके से बहाल करने के लिए कोई रैकेट चल रहा है. इस रैकेट में शामिल दलाल तक पुलिस पहुंचने की कार्रवाई कर रही है.