Breaking

News
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में ब्लैक बॉक्स की खोज जारी ब्लैक बॉक्स से होगा हादसे का खुलासाएअर इंडिया विमान की थाईलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग, बम होने की सूचनामिनरल वाटर बेचने के आड़ में पेट्रोलियम की चोरी करने वालों का पर्दाफाश,25फिट लंबा सुरंग बनाकर कर रहे थेहादसे में 241 लोगों की जान चली गई लेकिन रमेश विश्वस कुमार नामक एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया।गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी की प्लेन क्रैश में मौत आज से पहले भारत में हुई कितनी घटनाएँअहमदाबाद में बड़ा विमान हादसा रिहायशी इलाके में हुआ हादसा,242 यात्री थे सवारसंजीवनी सहायता केंद्र हटा सदर अस्पताल से प्रदीप प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री का विवादराजा रघुवंशी मर्डर मिस्ट्री का हुआ खुलासा सुलझी गुत्थी हत्यारे ने कबूला जुर्मज्योति मल्होत्रा की बढ़ी मुश्किल, भारत की ज्योति या पाकिस्तानी जासूस?10 साल की अतीका ने रेसिंग में रचा इतिहास।

भारतीय साइबर एजेंसी ने  गूगल क्रोम संबंधित खतरे को लेकर दी चेतावनी

976 Views

भारतीय साइबर एजेंसी ने  गूगल क्रोम संबंधित खतरे को लेकर दी चेतावनी

यदि आप अपने डेस्कटॉप पर गूगल क्रोम ब्राउज़र का उपयोग कर रहे हैं और उसका संस्करण 137.0.7151.55/56 से पुराना है, तो सतर्क हो जाइए। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने उच्च स्तर की चेतावनी जारी की है।

IMG 5176

क्या है भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (CERT-In)?

यह भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology) के अधीन एक संगठन है।

इसका कार्य

• साइबर हमलों की निगरानी करना

• इंटरनेट सुरक्षा से जुड़े खतरों पर चेतावनी जारी करना

• वायरस, हैकिंग, मालवेयर जैसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करना

• सरकारी और निजी संस्थानों को साइबर सुरक्षा सलाह देना

• डिजिटल सिस्टम की सुरक्षा को बेहतर बनाना

IMG 5178

क्रोम में पाई गई कई गंभीर सुरक्षा खामियों के चलते आपका सिस्टम हैक हो सकता है या क्रैश हो सकता है।

इस हमले की सबसे ख़तरनाक बात यह है कि इसके लिए आपको किसी संदिग्ध फाइल को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होती . सिर्फ एक संक्रमित वेबसाइट पर जाना ही काफी है। जैसे ही आप उस पेज को खोलते हैं, कमजोरियां सक्रिय हो जाती हैं और साइबर अपराधी उसका फायदा उठा लेते हैं।

क्या दिक्कतें हैं?

IMG 5174

CERT-In के नए अलर्ट के अनुसार, क्रोम के तकनीकी ढांचे में कई बड़ी कमजोरियां पाई गई हैं:

• मेमोरी मैनेजमेंट से जुड़ी समस्याएं — जैसे “यूज़ आफ्टर फ्री” कंपोज़िटिंग और libvpx में

• एपीआई स्तर की खामियां — Background Fetch API, FileSystemAccess API और BFCache में

• जावास्क्रिप्ट इंजन V8 में बग्स — जैसे Out-of-Bounds एरर

साइबर हमलावर इनसे क्या कर सकता है?

• आपकी जानकारी के बिना हानिकारक सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर सकता है

• संवेदनशील डाटा चोरी कर सकता है

• आपका ब्राउज़र या पूरा सिस्टम क्रैश कर सकता है (डिनायल ऑफ सर्विस)

कौन हैं इस खतरे के दायरे में?

वे सभी यूज़र्स जो पुराने संस्करण का गूगल क्रोम इस्तेमाल कर रहे हैं — चाहे वह Windows, macOS या Linux प्लेटफॉर्म पर हो — इस खतरे के शिकार हो सकते हैं।

चूंकि गूगल क्रोम दुनियाभर में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है, इसका असर बड़े स्तर पर पड़ सकता है।

अभी क्या करें?

• अपने गूगल क्रोम ब्राउज़र को तुरंत अपडेट करें

• गूगल की ओर से नया अपडेट जारी हो चुका है — उसे इंस्टॉल करें

• सभी ऐप्लिकेशन भी नियमित रूप से अपडेट रखें

क्रोम को अपडेट कैसे करें?

चरण 1: अपने कंप्यूटर पर क्रोम ब्राउज़र खोलें

चरण 2: ऊपर दाईं ओर दिए गए तीन डॉट्स (⋮) मेन्यू पर क्लिक करें

चरण 3: “Help” में जाकर “About Google Chrome” पर जाएं

चरण 4: ब्राउज़र खुद अपडेट होना शुरू कर देगा. अपडेट पूरा होते ही ब्राउज़र को रिस्टार्ट करें

जानिए क्यों ज़रूरी है सॉफ्टवेयर अपडेट करना?

सॉफ्टवेयर अपडेट करना हमारे डिजिटल जीवन के लिए उतना ही ज़रूरी है जितना शरीर के लिए नियमित चेकअप। नीचे कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:

1. सुरक्षा (Security)

हर दिन नए साइबर खतरे (जैसे वायरस, मालवेयर, रैंसमवेयर) सामने आते हैं। सॉफ्टवेयर अपडेट में नई सुरक्षा तकनीक और पैच होते हैं जो इन खतरों से रक्षा करते हैं। बिना अपडेट के डिवाइस हैक होने की संभावना अधिक रहती है।

2. बग्स को सुधारना (Bug Fixes)

पुराने सॉफ़्टवेयर में तकनीकी समस्याएं (bugs) हो सकती हैं जो सिस्टम को धीमा कर देती हैं या क्रैश का कारण बनती हैं। अपडेट से इन खामियों को ठीक किया जाता है।

3. नई सुविधाएं (New Features)

सॉफ़्टवेयर अपडेट के साथ कंपनियां नई सुविधाएं और बेहतर यूज़र इंटरफेस देती हैं, जिससे आपका अनुभव बेहतर हो जाता है।

4. प्रदर्शन में सुधार (Performance Improvement)

अपडेट्स डिवाइस की गति, बैटरी बैकअप और सिस्टम स्थिरता को बेहतर बनाते हैं। इससे आपका कंप्यूटर या मोबाइल ज्यादा बेहतर चलता है।

5. अन्य ऐप्स के साथ अनुकूलता (Compatibility)

नया सॉफ्टवेयर पुराने सिस्टम से मेल नहीं खा सकता। अपडेट करने से वह नए ऐप्स या फाइल फॉर्मेट्स को सही ढंग से सपोर्ट करने लगता है।

सॉफ़्टवेयर अपडेट न केवल आपके डिवाइस को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि उसके कामकाज को बेहतर, तेज़ और सुविधाजनक भी बनाते हैं।

इसलिए जैसे ही नया अपडेट उपलब्ध हो, उसे टालें नहीं — तुरंत इंस्टॉल करें

You may like this

Don’t miss out! Follow us on Facebook, Instagram and YouTube today.