
हज़ारीबाग़ पुलिस ने इंटरनेशनल गिरोह को पकड़ा, डंकी रूट से अमेरिका ले जाने वाला गिरोह
447 Views
हज़ारीबाग़ पुलिस ने इंटरनेशनल गिरोह को पकड़ा, डंकी रूट से अमेरिका ले जाते थे
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने वाले ,
अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा ,
माफियाओं ने चोरी छुपे युवक को पहुंचाया अमेरिका
हमने ऐसी कई फिल्में देखी हैं जिसमें एक व्यक्ति को विदेश में नौकरी देने के नाम पर गलत तरीके से बुलाया जाता है और फिर वहां उसे प्रताड़ित किया जाता है। हाल ही में शाहरुख खान की डॉन्की फिल्म जिसमें वह और उसके सारे दोस्त चोरी छुपे विदेश जाते हैं।अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय की फिल्म "आ अब लौट चले" में ये दिखाया गया है।जिसमें किस तरह से लोग़ विदेश जाते हैं और वहां पर नौकरी के नाम पर फंस जाते हैं। ऐसे ही एक फिल्मी स्टाइल की घटना हजारीबाग घटित हुई है। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।जिसमें पीड़ित व्यक्ति ने 30जुलाई को हजारीबाग के टाटीझरिया थाना में आवेदन दिया था।
आवेदन देने वाला युवक सोनू कुमार जो टाटी झरिया का रहने वाला हे। उसने अपने ही गांव के उदय कुमार कुशवाहा के खिलाफ खाने में आवेदन दिया। आवेदन में बताया कि उदय कुमार कुशवाहा पिछले 45 सालों से अमेरिका में रहकर अपना व्यवसाय चला रहा। उदय कुमार कुशवाहा द्वारा सोनू को अमेरिका में नौकरी दिन आने के नाम पर वहां बुलाया था।
हजारीबाग पुलिस ने डंकी रूट(चोरी छुपे जाने वाले रास्ते) अवैध रूप से लोगों को अमेरिका भेजने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के मास्टर माइंड उदय कुमार कुशवाहा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
उदय मूल रूप से हजारीबाग जिले के टाटीझरिया का रहने वाला है। वह पिछले 45 वर्षों से अमेरिका में रह रहा था और वहां व्यवसाय करता था। उसके पास अमेरिका की नागरिकता और ओवरसीज सिटीजनशिप कार्ड भी है।
अब तक इस गिरोह ने 12 लोगों को अमेरिका भेजा है।
इस मामले का खुलासा सोनू कुमार नामक युवक की शिकायत से हुआ। सोनू को अमेरिका में अवैध रूप से रहने के आरोप में डिपोर्ट किया गया था। जांच में पता चला कि उदय कुमार लोगों को नौकरी का झांसा देकर 'डंकी रूट' के जरिए अमेरिका भेजता था। सोनू के साथ अन्य और भी दो लड़के उसके जाने के कुछ दिन बाद अमेरिका पहुंचे थे। इसके बदले वह लाखों रुपए वसूलता था। अब तक इस गिरोह ने 12 लोगों को अमेरिका भेजा है।
हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि उदय के अलावा उसके चार सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनमें दर्शन प्रसाद, लालमोहन प्रसाद, चौहान प्रसाद और शंकर प्रसाद शामिल हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है।
SP हज़ारीबाग़ -अनजनी अंजन
पुलिस के अनुसार, सोनू कुमार को उदय के रिश्तेदारों के साथ दिल्ली से ब्राजील भेजा गया। वहां से उन्हें पेरू, कोलंबिया, पनामा होते हुए ग्वाटेमाला लाया गया। इस दौरान उन्हें माफिया के कब्जे में 50 दिन रखा गया। वहां उन्हें केवल एक वक्त का भोजन मिलता था और कंटेनर में छुपा कर रखा गया था।
गिरोह के सदस्य उदय ने सोनू के पिता से उसकी रिहाई के लिए 45 लाख रुपए की मांग की। परिजनों ने यह राशि चुका भी दी। इसके बावजूद अमेरिका बॉर्डर पर सोनू को गिरफ्तार कर डिटेंशन सेंटर में रखा गया। चार महीने बाद उसे भारत डिपोर्ट किया गया। भारत लौटने के बाद सोनू ने हजारीबाग पुलिस को लिखित शिकायत दी। इसके बाद इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।
#donkeyroute #international #joharhazaribagh #police #action
इस मामले में छापामारी दल में बैजनाथ प्रसाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिनुगढ़ ,सरोज सिंह चौधरी थाना प्रभारी टाटीझरिया थाना, पु०अ०नि० पवन कुमार (अनुसंधानकर्ता) टाटीझरिया थाना,कुनाल किशोर थाना प्रभारी मुफसिल थाना,आ० संजय कुमार रिजर्व गार्ड टाटीझरिया,आ० टिंकू कुमार रिजर्व गार्ड टाटीझरिया, आ० कादिर हुसैन अंसारी तकनिकी शाखा ,आ० मोनू कुमार तकनिकी शाखा शामिल
