झारखंड के राजधानी सहित पूरे राज्य का मौसम का मिजाज बदला हुआ है
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जोहार हज़ारीबाग :- article on weather by shruti /edited by Faiz Anwar
झारखंड के राजधानी सहित पूरे राज्य का मौसम का मिजाज बदला हुआ है ।
बारिश की रिमझिम बूंदे जहां एक ओर सुकून देती हैं , वही आंधी तूफान , गरज और अचानक मौसम परिवर्तन कई बार विनाश का कारण भी बन सकता हैं।
झारखंड के राजधानी सहित पूरे राज्य का मौसम का मिजाज बदला हुआ है । सुबह से उमस वाली गर्मी थी वहीं दोपहर के अचानक बाद काले बादल छाने लगे साथ ही तेज़ हवा के साथ बारिश हो रहीं । दोपहर के भीशन गर्मी के बाद मौसम ने करवट बदली ।
इस दौरान वज्रपात भी हुआ । जिसमें राज्य के अलग अलग हिस्सों में वज्रपात से 8 लोगो की मौत हो गई।
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार आज के दिन 20 जिलों से अधिक बारिश का अनुमान लगाया था जो कि सही साबित किया गया । साथ ही कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया , बताते चले की उत्तर प्रदेश से झारखंड और बंगाल के रास्ते एक सर्कुलेशन बांग्लादेश की ओर बढ़ रहा है जिस वजह से मौसम के तेवर बदले नजर आ रहे हैं ।
वज्रपात से गई 8 लोगों की जान
राज्य के अलग अलग हिस्सों में लगभग घंटो से बारी हो रहीं। साथ ही वज्रपात से जान माल की भी हानि काफ़ी हुई। कहीं छप्पर उड़ गए तो कहीं खड़ी गाड़ियों में पेड़ गिर पड़े ।
बताते चले की जानकारी के मुताबिक वज्रपात कई लोगों के लिए मौत का कारण साबित हुआ ।
जिसकी वजह से हजारीबाग के चलकुशा में एक, रांची के रातू में एक , बोकारो के चंद्रकुला घटियारी में एक , पेटरवार में एक , जामताड़ा और गिरिडीह में दो की मौत वज्रपात के कारण हुई ।
मौसम विभाग ने अभी राहत की संभावना नहीं जताई है ।
4 दिनों तक बारिश के संकेत
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के कई जिलों में बारिश हुई । मौसम विभाग के मुताबिक 18 से 21 मई तक बारिश होने के आसार हैं , जिसमे दो दिनों का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है , जहां 18 से 21 मई तक मध्यम दर्जे तक बारिश होने के संकेत हैं ।
साथ ही साथ मौसम विभाग मई केद्वारा तीसरे और चौथे सप्ताह में अधिकतम बारिश की संभावना जताई गई है । जिसमें तापमान 38 से 43 रेह सकता है वही न्यूनतम 28 होनेवकी संभावना है जिस वजह से रतल के पहर भी गर्मी कम होने के आसार कम।नजर आ रहे है ।
हालांकि अगर साइक्लोनिक सर्कुलर के आसार हुए तो रुक रुक कर बारिश होने से गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकेगी ।
गरजते बदल और बारिश हमे दो पहलू बताते है - सौंदर्य और संहार । यदि हम मौसम के बदलते मिजाज और बारिश कोगंभीरता के साथ ले तो साथ ही साथ सतर्क रहे तो कई जनों को बचाया जा सकता है । प्रकृति हमें चेतावनी देती है , ज़रूरत है हमे सतर्क रहने की, साथ ही साथ सही कदम बढ़ाने की ।
वज्रपात के समय सुरक्षित जगह पर रहे , घरों के अन्दर रहे , पेड़ पौधों से दूरी बनाए रखें ।
जागरूक रहे ,और जागरूकता फैलाएं ।