
हजारीबाग में हाथियों का आतंक, 10 वर्षों में 135 घर तोड़े अब तक 10 की गई जान
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हज़ारीबाग़ के जोराकाठ और गाली में 5 दिनों में 42 मकान क्षतिग्रस्त, 6 दिन पूर्व हथिनी ने बच्चों को दिया जन्म
हजारीबाग में हाथियों का आतंक, 10 वर्षों में 135 घर तोड़े
अब तक 10 की गई जान
बड़कागांव प्रखंड के जोराकाठ और गोंदलपुरा में तबाही मचाने के बाद हाथियों ने रविवार की रात गाली गांव में कहर बरपाया। हाथियों के झुंड ने इस गांव में कुल 34 मकानों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है।
गाली में हाथियों ने इन ग्रामीणों के घर को क्षतिग्रस्त किया है गाली गांव में 34 मकान को हाथियों ने क्षतिग्रस्त किया है इसमें पूनम देवी, सुखदेव गझुं सुमन देवी, मो. कांति देवी, अजित राम, प्रकाश मुइयां, रेशमा देवी, गेगिया देवी, रोहनी देवी, बसंती देवी, अवधेश गंझू, कौशल्या देवी, किरण देवी, दशरथ गंझू, सुनीता देवी, कलावती देवी, शारो देवी, 5 मो. मंजरी देवी, मो. मुलिया देवी,जांनती देवी, तेतरी देवी, किरण देवी, सरीता देवी, जमनी देवी, सुरेश मुझ्यां मालती देवी, सदीप भुइयां, प्रवीण गंझू आदि का नाम शामिल है। वहीं दर्जन भर किसानों की फसल को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है। इस संबंध में एसीएफ एके परमार ने कहा कि जिनका भी नुकसान हुआ है नियम संगत प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात उन सभी लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। पिछले 10 वर्षों के प्रखंड में हाथियों ने लगभग 135 घरों को क्षतिग्रस्त किया है। इसमें 10 ग्रामीणों की मौत अब तक हो चुकी है। 11 अप्रैल 2025 को बड़कागांव मध्य पंचायत निवासी 79 वर्षीय मसोमात रोहिणी देवी की मौत हाथी के चपेट में आने से हुई थी। जिसका मुआवजा अब तक नहीं मिला
है।(श्रोत दैनिक भास्कर)
25 व 27 जून को हाथियों ने नौ घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया और भारी संख्या में किसानों के खेतों में लगी फसलों को रौंद कर नष्ट कर दिया। अब तक पिछले 6 दिनों में 42 मकान को हाथियों ने क्षतिग्रस्त किया। जोराकाठ, बलोदर, गाली एवं छकोड़वा बेड़ा गांव में लगभग 60 किसानों के खेतों में लगी फसलों को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है। जिससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। इस संबंध में गोंदलपुरा पंचायत के मुखिया वासुदेव यादव ने वन विभाग से पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा की मांग की है। वही हाथी भगाने के क्रम में गाली गांव निवासी 30 वर्षीय मोहर गंझू बुरी तरह से घायल हो गया है। इसका इलाज हजारीबाग हॉस्पिटल में चल रहा है।
25 की संख्या में है हाथियों का झुंड वन विभाग के कर्मियों की माने तो 25 की संख्या में हाथियों का झुंड भ्रमणशील है जिसमें चार छोटे बच्चे भी शामिल हैं। वहीं 6 दिन पूर्व हथिनी ने एक बच्चे को जन्म दिया है, जिसके कारण हाथियों का लंबी दूरी तय कर पाना मुश्किल हो रहा है। जिसके कारण अ भोजन की तलाश में हाथी घरों को निशाना बना रहे हैं।
