संजीवनी सहायता केंद्र हटा सदर अस्पताल से प्रदीप प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री का विवाद
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संजीवनी सहायता केंद्र हटा सदर अस्पताल से
प्रदीप प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री का विवाद
हजारीबाग का सदर अस्पताल इन दोनों राज्य सरकार के मंत्री और हजारीबाग जिला के सदर विधायक के बीच द्वंद के कारण काफी चर्चा में बना हुआ है। और यह द्वंद्व का मुख्य कारण है संजीवनी सहायता केंद्र
आईए जानते हैं क्या है संजीवनी सहायता केंद्र
सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने अपने जन्मदिन के अवसर पर हजारीबाग वासियों को संजीवनी सेवा कुटीर उद्घाटन किया था। स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और प्रभावी बनाने के लिए संजीवनी सेवा कुटीर का शुभारंभ हजारीबाग में किया गया था
इसका उद्घाटन शनिवार 4 जनवरी को हजारीबाग सदर अस्पताल में किया गया था।यह केंद्र चौबीसों घंटे संचालित होगा और ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों को सहायता प्रदान करेगा।जिसमें मरीजों और उनके परिजनों की समस्याओं को सुनना और उनका त्वरित समाधान करना है।ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को सही मार्गदर्शन करना है।
क्या था द्वंद का कारण
स्थानीय अस्पताल प्रबंधन व राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को ऐसी कई शिकायत मिली थी कि संजीवनी सहायता केंद्र के नाम पर विशेष दल का प्रचार किया जाता है। व रात्रि के समय यहां पर अवांछित तत्वों का अड्डा लगता है जो गैर जरूरी कार्यों में शामिल होते हैं। साथ ही जब अस्पताल परिसर में पहले से ही सहायता केंद्र है तब वैसे में इस सहायता केंद्र के चालू करने का कोई औचित्य नहीं बनता। संजीवनी सहायता केंद्र की स्थापना भी कानूनी प्रक्रिया के तहत नहीं की गई।
स्थानीय सदर हजारीबाग विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने सदर अस्पताल परिसर में संचालित संजीवनी सेवा कुटीर को हटाने के निर्देश दिया है।उन्होंने इसे जनसेवा पर आघात बताते हुए कहा कि यह कार्य न सिर्फ असंवेदनशील है, बल्कि राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित भी प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि यह सेवा कुटीर 4 जनवरी 2025 को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर में स्थापित किया गया था। तब से आज तक करीब 6000 से अधिक जरूरतमंदों को चिकित्सा सहयोग प्रदान कर चुका है। कई आपातकालीन मामलों की सेवा बिना रजिस्ट्रेशन के भी दी गई है, क्योंकि प्राथमिकता मरीज की जान बचाना रही, कागज़ी प्रक्रिया नहीं।
आज सदर हजारीबाग से हटा दिया गया संजीवनी सहायता केंद्र
CO मयंक सिंह
आधिकारिक आदेश जारी होने के साथ ही बीती रात को सदर विधायक प्रदीप प्रसाद में बयान जारी करते हुए संजीवनी सहायता केंद्र को हटाए जाने की बात कही थी। आज सुबह 9:00 बजे से ही सी.ओ मयंक सिंह और कई थाना प्रशासन की उपस्थिति में संजीवनी सहायता केंद्र को क्रेन के सहायता से उठाकर प्रदीप प्रसाद के आवास तक पहुंचा दिया गया।
सी.ओ मयंक सिंह ने कहा कि लोगों के लिए सहायता केंद्र हजारीबाग प्रांगण में जारी रहेगा और सदर अस्पताल प्रशासन इस गतिविधि को और सक्रियता से पूरा करेगी।
इसे राजनीति कहें या विवाद इस विषय पर बीते दिनों से चर्चा पूरे जोर शोर से चल रहा था।पक्ष और विपक्ष दोनों के अपने अलग-अलग पहलू है।और वह किसी खास कारणों से एक दूसरे को समर्थन कर रहे थे।