गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी की प्लेन क्रैश में मौत आज से पहले भारत में हुई कितनी घटनाएँ
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गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी की प्लेन क्रैश में मौत
आज से पहले भारत में हुई कितनी घटनाएँ
हृदयविदारक और शोक पूर्ण प्लेन दुर्घटना जिससे पूरे देश की जनता व्यथित है। वैसे तो इस दुर्घटना में अनेकों लोगों की मृत्यु हो गई है। इस घटना में मृत प्रत्येक व्यक्ति का जीवन बहुत बहुमूल्य थी।हर व्यक्ति एवं अपने परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। इस दुर्घटना में ऐसे भी कुछ व्यक्तित्व की जान चली गई जिनका हमारे देश और समाज से सामाजिक सरोकार था।इनमें ही एक व्यक्तिव है श्री विजय रुपानी जी
इनका जन्म 2 अगस्त 1956 को रंगून बर्मा (वर्तमान म्यांमार)में मायाबेन और रमणिकलाल रूपाणी के घर हुआ था। इसके बाद इनका परिवार बर्मा में राजनीतिक अस्थिरता के कारण वर्ष 1960 को राजकोट आ गया था।विजय रूपानी अपने पिता द्वारा स्थापित एक ट्रेडिंग फर्म रसिकलाल एंड संस में भागीदार थे। वह स्टॉक ब्रोकर के तौर पर काम करते थे।
ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जन संघ में वर्ष 1971 में शामिल हो गए थे। इसी के साथ साथ यह भारतीय जनता पार्टी से भी जुड़ गए थे।
7 अगस्त 2016 से विजय रूपाणी जी गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए एवं 11 सितंबर 2021 को रुपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
ये एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा गुजरात के पुर्व मुख्यमंत्री के साथ साथ राज्यसभा सांसद भी रहे हैं। वे राजकोट पश्चिम से गुजरात विधानसभा के सदस्य थे।
आज से पहले भारत में हुई कितनी घटनाएँ
इसके पहले भी भारत में कई बड़े प्लेन दुर्घटना हो चुकी है ।जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई है। आईये समझते हैं कि भारत में अब तक इस तरह की घटनाएं कब-कब हुई और कितने लोगों ने अपने जान की क्षति हुई थी।
गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया है इस प्लेन में कुल 232 लोग सवार थे, 220 यात्री और 12 क्रू-मेंबर शामिल हैं. इस हादसे में अब तक कितने लोगों की जान बच पाई है या स्पष्ट नहीं है. इस हादसे से पहले भारत में कितने एयरक्रैश हो चुके हैं और उनमें किस एयरलाइंस के सबसे ज्यादा प्लेन शामिल थे
7 अगस्त 2020, कोझिकोड: दुबई से कोझिकोड जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट 1344 कैलिकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंडिंग के दौरान रनवे से आगे निकल गई. बोइंग 737-800 विमान चार टुकड़ों में बिखर गया. इस दर्दनाक हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 172 लोग सुरक्षित बचे.
22 मई 2010, मंगलुरु: एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट 812, जो दुबई से मंगलुरु जा रही थी, मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रनवे 24 से आगे निकल गई. इस भयावह दुर्घटना में 158 यात्रियों की जान चली गई, और केवल 8 लोग ही जीवित बच सके. (एआई इमेज)
17 जुलाई 2000, पटना: एलायंस एयर की फ्लाइट 7412 पटना के एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. पायलट के नियंत्रण खोने और विमान के रुक जाने से यह हादसा हुआ. इसमें विमान में सवार 55 लोगों और जमीन पर 5 लोगों की मौत हुई थी।
16 अगस्त 1991, इंफाल: इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 257 इंफाल में लैंडिंग के दौरान पायलट की गलती से दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में विमान में सवार सभी 69 लोगों की मौत हो गई थी।
14 फरवरी 1990, बैंगलोर: इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 605 बैंगलोर हवाई अड्डे पर अंतिम लैंडिंग के दौरान पायलट की गलती से क्रैश हो गई. इस दुर्घटना में 92 लोगों की जान चली गई थी।
19 अक्टूबर 1988, अहमदाबाद: इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 113 अहमदाबाद हवाई अड्डे पर अंतिम लैंडिंग के दौरान पायलट की गलती से दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 130 लोगों की मौत हुई थी।
23 जून 1985 एयर इंडिया फ्लाइट 182 का आयरलैंड के तट के पास अटलांटिक महासागर धर्मीय आतंकवादियों द्वारा बम धमाका किया गया था जिसमें सभी 329 यात्री मारे गए थे।
21 जून 1982, मुंबई: एयर इंडिया की फ्लाइट 403 मुंबई के साहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारी बारिश और खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 2 क्रू मेंबर और 15 यात्रियों समेत 17 लोगों की मौत हुई, जबकि 94 लोग सुरक्षित बच गए थे।
1जनवरी 1978, मुंबई: एयर इंडिया की फ्लाइट 855 बांद्रा, मुंबई के तट पर क्रैश हो गई. कॉकपिट में एक उपकरण खराब होने के कारण कप्तान दिशा भटक गया. इस हादसे में विमान में सवार सभी 213 लोगों की मौत हो गई थी।
24 जनवरी 1966 कानपुर एयर क्रैश
यह घटना भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद एक रहस्यमयी विमान दुर्घटना हुई थी।जिसमें नेता जी से जुड़े एक संभावित गवाह की मौत हुई थी।
इस घटना को लेकर कई षड्यंत्र सिद्धांत और बाते आज भी चर्चित हैं।