सदर अस्पताल के अनियमितता को उजागर करने वाले नेता की गिरफ्तारी हजारीबाग में पुलिसिया ज़ुल्म के ख़िलाफ़ रेस हुए सांसद मनीष जायसवाल
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सदर अस्पताल के अनियमितता को उजागर करने वाले नेता की गिरफ्तारी
अर्जुन साव फ़ोन पे बात करते हुए
हजारीबाग में पुलिसिया ज़ुल्म के ख़िलाफ़ रेस हुए सांसद मनीष जायसवाल
सांसद विधायक बैठे धरने पर
ज्ञात हो कि बीते दिनों एक गर्भवती महिला का समय पर इलाज न करने व उसे निजी स्थान में जाकर इलाज करने की हिदायत देने और ड्यूटी से डॉक्टर के गायब रहने तथा गलत रिपोर्ट बताने जैसे अनियमिताओं का स्थानीय नेता ने खुलासा किया था।इसको लेकर हजारीबाग विधायक और सांसद सक्रिय रूप से इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अस्पताल प्रबंधन तथा स्वास्थ्य मंत्री तक इस विषय पर पहुंचाया था।
अनियमितता की जांच ना करा कर,
अनियमितता को उजागर करने वाले को ही पूछताछ के लिए रात 12 बजे पुलिस सदर थाने बुलाती है और उसे थाने में सुबह तक रखती है
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SBMCH) में एक गर्भवती महिला के प्रसव को लेकर हुई लापरवाही और अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाने पर भाजपा नेता अर्जुन साव को पुलिस ने देर रात हिरासत में ले लिया।बगैर किसी शिकायत के अर्जुन साव को हजारीबाग सदर थाना पुलिस ने जैसे ही हिरासत में लिया सांसद मनीष जायसवाल गंभीर हुए और शनिवार की सुबह 9:45 बजे सदर थाना पहुंच गए। यहां उन्होंने पहले थाना में ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी और फिर थाना प्रभारी सुभाष कुमार सिंह से अर्जुन साव की हिरासत में लेने का कारण और शिकायत पत्र या फिर लिखित रूप से कारण मांगा। जहां सदर थाना पुलिस किसी भी तरह का साक्ष्य नहीं प्रस्तुत कर पाई। अपनी मांग को लेकर सांसद मनीष जायसवाल पौने दस बजे से करीब 3 बजे तक यानी कुल मिलाकर करीब 5 घंटे तक सदर थाना के बाहर धरने पर बैठ गए। सांसद मनीष जायसवाल के साथ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद और फिर बाद में बरही विधायक मनोज यादव सहित सैकड़ों भाजपा नेता, कार्यकर्ता और आम - आवाम वहां पहुंचकर तब तक बैठे रहें, जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई। इस दौरान सदर एसडीपीओ अमित आनंद, सदर सीओ मयंक भूषण, सीसीआर डीएसपी मनोज कुमार सिंह सहित कई अन्य अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे।इस कार्रवाई से नाराज आज भाजपा कार्यकर्ताओं, सांसद और विधायकों ने थाने के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
बताया जा रहा है कि साव ने SBMCH अस्पताल में व्याप्त अनियमितताओं और एक गर्भवती महिला को समय पर प्रसव सुविधा न मिलने को लेकर आवाज उठाई थी।
पुलिस द्वारा बिना किसी लिखित शिकायत या FIR के हिरासत में लिए जाने को लेकर हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल और विधायक समेत कई भाजपा कार्यकर्ता थाने पहुंच गए। वार्ता विफल होने पर सभी ने थाने के बाहर धरना देना शुरू कर दिया। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि "बिना किसी शिकायत या FIR के किसी समाजसेवी को इस तरह उठाकर थाने में बंद कर देना कानून और लोकतंत्र दोनों के खिलाफ है। हमने स्पष्ट कर दिया है कि हजारीबाग में पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी।"
धरने के घंटों बाद जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और भाजपा नेताओं के साथ वार्ता की। अंततः समझौता होने के बाद अर्जुन साव को रिहा कर दिया गया। मौके पर सांसद मनीष जायसवाल के साथ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, बरही विधायक मनोज यादव, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष राजकरण पाण्डेय, समाजसेवी मनोज गुप्ता, भाजपा नेता सुदेश चंद्रवंशी, केपी ओझा, विनोद झुनझुनवाला, रमेश ठाकुर, रामगढ़ जिला सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल, मांडू विधानसभा सांसद प्रतिनिधि द्वारिका सिंह उर्फ़ खोखा सिंह, भैया अभिमन्यु प्रसाद, आनंद देव, मनमीत अकेला नरेंद्र गुप्ता, शेफाली गुप्ता, पंकज मेहता अजय मेहता, अनेश्वर प्रसाद, राजेश गुप्ता, रणधीर पांडेय, विवेक बरियार, मुकेश सोनी, जीवन मेहता, मुनेश ठाकुर, अजय मेहता, किशोरी राणा, अजय कुमार साहू, विजय कुमार, कृष्णा मेहता,पुरुषोत्तम पांडेय सहित अन्य सैकड़ों लोग मौजूद रहें ।