Charles Darwin के great grand सन Felix Padel Hazaribagh आए
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Charles Darwin के great grand सन Felix Padel से खास बातचीत।
By MD Fazal
Felix Padel is an anthropologist trained at the University of Oxford and the University of Delhi.
विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों मे felix padel के 1000 से ज्यादा Research journal प्रकाशित हो चुके हैं।
felix padel ने अदिवासी संस्कृति और अदिवासी रहन सहन पर काफी रिसर्च किया। 1000 से रिसर्च जर्नल अभी देश विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों मे प्रकाशित हो चुके हैं।अदिवासी पर काफी शोध किया है। काफी किताबे भी लिख चुके हैं।Felix Padel is an anthropologist trained at the University of Oxford and the University of Delhi. He has authored many articles and three major books: Sacrificing People: Invasions of a Tribal Landscape,
Out of This Earth: East India Adivasis and the Aluminum Cartel (with Samarendra Das),
and Ecology, Economy: Quest for a Socially Informed Connection (. हजारीबाग में वे पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित बुलु इमाम से बार बार मिलने आते हैं। और बुलु इमाम के अदिवासी पर रिसर्च और कला संस्कृति से काफी प्रभावित है।बुलु ईमाम द्वारा बनाये गये संस्कृति म्युजियम से भी प्रभावित है। 42 साल पहले वे हिन्दुस्तान मे शोध करने आये थे। और यहां की संस्कृति मे रच बस के रह गये हैं। felix padel ने उड़ीसा में शादी करने के बाद वे उडीसा, झारखंड, बंगाल मे लगातार घुमते रहते हैं और शोध करते रहते हैं। डॉ felix padel English बोलने के साथ अच्छी हिन्दी भी बोलते है। और हिन्दुस्तान के वाद्ययंत्र पर ये भोपाली राग भी गाते हैं। तानपुरा बजाने मे felix को महारत हासिल है। वे शास्त्रीय संगीत राग भोपाली राग हजारीबाग वासियों के लिये गाते है। उन्होंने खनन कार्य को आदिवासी के लिए खतरनाक बताया है। इससे अदिवासीयो को नुकसान हो रहा है। felix अभी अदिवासी के आधुनिक युग में अदिवासी के संस्कृति पर शोध कर रहे हैं। अदिवासी हमसे काफी आगे है और समाज और प्राकृतिक पर्यावरण संरक्षण के प्रति काफी जागरूक है। डा felix के पास आदिवासी समुदाय के बारे मे काफी जानकारी है। आगे कहते felix padel वे चार्ल्स डार्विन के वंशज है।
Origin ओफ species चार्ल्स डार्विन की महत्वपूर्ण किताब है। मानव जाति की सबसे पहले वैज्ञानिक व्याख्या ने किया। चार्ल्स डार्विन ने ही जैविक विकास की प्रक्रिया को survival of the फिटेस्ट बताया है। चार्ल्स डार्विन ने कहा था कि मानव एक स्तनपायी जीव है जिसके कारन मानव बंदरों से संबधित रहा होगा साथ ही अन्य स्तनपायी प्राणी से भी मानव का सम्बंध जरूर रहा होगा,