
राँची जोन्हा फॉल में डूबे टीचर का मिला शव, 24 दिन बाद बरामद हुआ शव
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राँची जोन्हा फॉल में डूबे टीचर का मिला शव,
24 दिन बाद बरामद हुआ शव
24 दिन पहले DPS स्कूल के शिक्षक अपने दोस्तों के साथ जोन्हा फॉल घूमने गए थे। वहां फोटो लेने के दौरान जोन्हा फॉल में एक हादसा हुआ था। इस हादसे में डीपीएस के टीचर फॉल में गिरकर डूब गए थे।अब 24 दिनों क बाद उनका शव मिला है।
जोन्हा फॉल में डूबे म्यूजिक टीचर का शव 24 दिन के बाद आखिरकार मिल गया है। डीपीएस रांची के शिक्षक का शव 13 जुलाई को मिला। म्यूजिक टीचर माईकल घोष 19 जून को फॉल पर घूमने के लिए गए थे।
करीब एक माह पहले वह अपने दोस्तों के साथ गए थे। पानी के पास जाकर वह फोटो खिंचवा रहे थे। इसी बीच फिसलकर वह तेज धारा में बह गए थे। 19 जून को मूसलाधार बारिश भी हुई थी और जलप्रपात विकराल रूप में था। एक माह से उनके शव का पता लगाया जा था। रविवार सुबह जोन्हा जलप्रपात से चार किलोमीटर दूर झाड़ी में फंसा हुआ उनका शव मिला।
क्या थी पूरी घटना ..
सेल्फ़ी लेना बना जानलेवा ,तेज बहाव में बहे रांची के शिक्षक
जलप्रपातों का शहर रांची जहां कई छोटे बड़े जलप्रपात है। यहां जलप्रपात की सुंदरता देखने लायक है।यहां पर झारखंड के अलग-अलग जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों के भी हजारों लोग छुट्टियां मनाने और घूमने आते हैं। लेकिन इसकी सुंदरता के साथ-साथ यह काफी खतरनाक भी है पहाड़ों पत्थरों से घिरा होने और गहरा होने के कारण, आए दिन यहां पर कई घटनाएं घटित होती रहती है। इसी क्रम में एक दर्दनाक घटना और घटित हुई है।झारखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जोन्हा फॉल में 19 जून गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया।जहां डीपीएस स्कूल रांची के एक शिक्षक सेल्फी लेने के दौरान झरने के तेज बहाव में बह गए। घटना के बाद से अब तक शिक्षक की खोज जारी है। दो दिन से लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण जल प्रपातों में तेज उफान देखा जा रहा है, जिससे खोज में कठिनाई आ रही है।
उनकी पहचान माइकल घोष (40 वर्ष) के रूप में हुई है।जो रांची के अलकापुरी डीबडीह के निवासी थे।और डीपीएस स्कूल रांची में म्यूजिक टीचर के रूप में कार्यरत थे। जानकारी के मुताबिक, वह गुरुवार दोपहर अपने दो शिक्षक साथियों पंकज श्रीवास्तव और ऋतिक समद के साथ कार (UP 14 CM-1020) से जोन्हा फॉल घूमने पहुंचे थे।
तीनों शिक्षक झरने के उस ऊपरी हिस्से तक चले गए जहां से तेज रफ्तार में पानी नीचे गिरता है। इस दौरान जब वे झरने की खूबसूरती का आनंद ले रहे थे। माइकल घोष तेज बहाव के बेहद करीब जाकर सेल्फी लेने लगे। इसी क्रम में उनका संतुलन बिगड़ गया और वे देखते ही देखते झरने की तेज धारा में बह गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा। पेटरवार थाना प्रभारी हीरालाल शाह ने स्थानीय पर्यटन मित्रों और ग्रामीणों की मदद से खोज अभियान शुरू कराया। हालांकि, लगातार हो रही बारिश और झरने में पानी के अत्यधिक बहाव के कारण उनकी तलाश में कई तरह की बाधा आ रही है। पर्यटन मित्रों का कहना है कि बारिश रुकने के बाद ही तलाश फिर से शुरू की जा सकेगी।
गौरतलब है कि झारखंड के हुंडरू फॉल, सीता फॉल और जोन्हा फॉल जैसे जल प्रपातों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के कारण तेज उफान देखा जा रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस घटना ने एक बार फिर पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेष रूप से उन जगहों पर जहां खतरनाक क्षेत्रों के लिए पर्याप्त चेतावनी संकेत और बैरिकेडिंग नहीं है।
झारखंड में मानसून ने जनजीवन अस्त -व्यस्त कर दिया है। कई पुल टूट गए हैं। तो डैम का पानी खतरे के निशान पर आ गए हैं। इतना ही नहीं भारी बारिश के दौरान राज्य में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
खोजबीन के लिए एनडीआरएफ की टीम पहुंची
घटना हुए 2 दिन हो चुके हैं, लेकिन टीचर माइकल घोष का अभी तक कुछ पता नहीं लग सका है। शिक्षक की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची परंतु कई प्रयासों के बाद भी अभी तक किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं मिल पाया है
