हजारीबाग के प्रोफेसर हर्षवर्धन ने जेपीएससी मे 72 वा रैंक लाकर
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हजारीबाग के प्रोफेसर हर्षवर्धन ने जेपीएससी मे 72 वा रैंक लाकर सबको चौंका दिया है।
by MD Fazal
13 साल से विभावि के युसेट मे पढा रहे थे। अब जेपीएससी मे चयनित हो गये हैं। पढाते पढाते हर्षवर्धन ने जेपीएससी मे 72वा रैंक लाया है।।
जेपीएससी 2021 मे रैंक 72वे स्थान पर चयनित
झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में 2021 मे चयनित होकर प्रोफेसर हर्षवर्धन ने एक गौरव पूर्ण उपलब्धि हासिल की है. जिसके लिए वे हार्दिक बधाई के पात्र हैं। जोहार हजारीबाग की उनकी महत्वपूर्ण भैट वार्ता यहां प्रस्तुत है।
प्रश्न 1 - कैसे आपने इंजीनियरिंग पढाते हुए जेपीएससी निकाल लिया?
उत्तर - हम arts के विषय को कभी पढे नही थे। फिर इंजीनियरिंग कालेज मे ही 3 साल पढाने के बाद हम 6th JPSC appear किए, Mains लिखे, लेकिन final selection नहीं हुआ, फिर GS को पढ़े, और Covid का जो gap मिला, कोरोना काल में मुझे काफी पढने का समय मिला।
प्रश्न 2- कब लगा कि JPSC निकाल सकते हैं?
उत्तर - - पढाई करने कै दौरान लगा कि jpsc निकल सकता है, लेकिन झारखंड का syallbus काफी vast है, time बहुत लगता है,
बच्चों से कहना चाहुंगा आप हताश ना हो। 1attempt, 2 attempt जो भी लेते है। अगर चयन नही होता है। हताश ना हो तैयारी जारी रखे। सफलता जरूर मिलेगी। consistinsy बनाकर रखे। पुरा 1 साल लग जाता है 1 पेपर को तैयार करने में।
प्रश्न 3 आपका स्कुल life मे क्या aim था,
उत्तर - - मैने संत Xavier school से पढाई की है। और हमारे शिक्षक ने मार्गदर्शन किया कि मुझे इंजीनियरिंग करना चाहिए, लेकिन इंजीनीयरिग पढाने के बाद यहा अधिकारी बनने और मुझे HOD बना दिया गया।साथ ही युसेट मे परीक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिली तो लगा प्रशासनिक पद भी सम्भाला जा सकता है। इसलिए मेनेJPSC का रुख किया।
पश्न 4 अब नये JPSC service मे कैसे काम करेंगे?
उत्तर - 100% देना है, जिस तरह युसेट मे काम किया उसी तरह वहा पर काम करेगें
प्रश्न 5 - आप अपने छात्रों को क्या टिप्स देना चाहेंगे?
उत्तर - state service या central service की job मे competion बहुत कठिन है। अब दौर पढने का नही तपस्या का है। छात्रो कौ अब तपस्या करने पडेगी। 8-10 घंटा पूरे ध्यान के साथ पढिये। 3 बार अपने syallbus को अगर Revision कर लेते हैं तो मेरिट लिस्ट जरूर आ जायेंगे,