Breaking

News
झारखंड में पुलिस की होगी बंपर भर्ती ,झारखंड पुलिस में भरे जाएंगे 23673 रिक्त पदबंद रहेंगे 4- 5 अगस्त को सभी सरकारी कार्यालयधनकटी आंदोलन से सियासी सफर की शुरुआत करने वाले ,केंद्र में मंत्री, लोकसभा के सांसद और झारखंड के 3 बार मुख्यमंत्री बनेदेश में झारखंड बनेगा माइनिंग टूरिज्म का पहला राज्य,माइनिंग टूरिज्म सर्किटपूर्व प्रधानमंत्री के पोते को बलात्कार मामले में पाया दोषी कोर्ट ने दी उम्र कैद की सजा,लगाया 11 लाख का जुर्मानाहज़ारीबाग़ पुलिस ने इंटरनेशनल गिरोह को पकड़ा, डंकी रूट से अमेरिका ले जाने वाला गिरोहरक्षा बंधन से पहले महिलाओं को बड़ी सौगात, खाते में आने लगे 2500 रुपयेशिक्षा मंत्री बाथरूम में पैर फिसलने से गिरे,,स्थिति नाजुक एयरलिफ्ट कर दिल्ली में होगा इलाजमुंबई एयरपोर्ट पर Air India का विमान फिसला, तीनों टायर फटे, लैंडिंग के दौरान रनवे से बाहर आया प्लेन यात्रियों की बाल-बाल बची जानभारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया
Ideal Pathology

हज़ारीबाग़ जेल से फिर हुए फरार विदेशी कैदी,2 महिला एक पुरुष

4670 Views

हज़ारीबाग़ जेल से फिर हुए फरार विदेशी कैदी,2 महिला एक पुरुष

तीन कैदियों के भागने से सुरक्षा व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल

IMG 5152

हजारीबाग स्थित जयप्रकाश नारायण सेंट्रल जेल के ओपन जेल के होल्डिंग कैंप से तीन बांग्लादेशी कैदी फरार हो गए तीनों कैदियों को भारत में अवैध तरीके से रहने के कारण पकड़ा गया था। बीच शहर में प्रशासन के नाक के नीचे से बांग्लादेशी कैदियों के फरार होने से केंद्रीय कारागार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान उठ रहा है।

तीनों बांग्लादेशी कैदी शुक्रवार की देर रात यह शनिवार की सुबह ही जेल से निकल भागे हैं। इस घटना के खुलासा होते ही प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी खोजबीन तेज कर दी है।इस खबर की जानकारी जैसे ही आम नागरिकों को हुई कि हजारीबाग के ओपन जेल के होल्डिंग कैंप से तीन बांग्लादेशी फरार हुए हैं। लोगों के बीच चर्चा विमर्श और चिंता का विषय बन गया है कि जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारागार से इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद भी तीन कैदी कैसे भाग सकते हैं।

IMG 5155

इसके पूर्व भी केंद्रीय कारागार के कई कैदी विभिन्न तरीकों से भागने में सफल रहे थे।हालांकि बाद में उन्हें खोज अभियान के बाद पकड़ लिया गया था।

12 अगस्त 2024 को एक कैदी जो उम्रकैद की सजा काट रहा था।वह  कैदी हवलदार की हत्या कर फरार हो गया था। कैदी का इलाज शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में चल रहा था।रेप मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे शाहिद अंसारी ने हवलदार के सिर पर लोहे की रॉड मारकर हत्या की थी। यह घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।

एक दूसरी घटना उसमें भी हजारीबाग जेल से दो रोहिंग्या कैदी खिड़की का रॉड काटकर भरी दोपहरी में हो गए थे गायब ।

IMG 5167

इससे पूर्व भी 13 सितंबर 2020 को एक रोहिंग्या कैदी फरार हो गया था।। बताया गया कि  दोपहर 12:50 बजे कैदी फरार हो गए थे। दो बजे जब सुरक्षाकर्मी जब खाना देने गए तो देखा कि दोनों कमरे से गायब हैं और खिड़की का रॉड कटा हुआ था। इसके बाद जेपी कारा में हड़कंप मच गया था। जेल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हवलदार सहित पांच जवानों को निलंबित कर दिया था।(दैनिक जागरण)

फरार हुए तीनों कैदियों की पहचान इस प्रकार की गई है:

1. रीना खान उर्फ फिना देवी – निवासी: गाजीपुर, ढाका, बांग्लादेश।

यह कैदी 4 फरवरी 2022 को जामताड़ा जेल से हजारीबाग ओपन जेल में ट्रांसफर हुई थी।

पहचान चिन्ह: नाक के नीचे तिल और दाहिने हाथ पर जख्म का निशान।

2. अख्तर खुशी – निवासी: चाटग्राम, बांग्लादेश।

यह महिला कैदी 28 सितंबर 2024 को होटवार, रांची जेल से हजारीबाग लाई गई थी।

पहचान चिन्ह: दाहिनी हथेली और बाएं कोहनी के नीचे तिल।

3. मोहम्मद नजमूल हंग – निवासी: बागेरहाट, बांग्लादेश।

यह पुरुष कैदी 1 मार्च 2025 को दुमका जेल से हजारीबाग लाया गया था।

पहचान चिन्ह: माथे के बाएं हिस्से पर तिल और बाएं पैर पर जख्म का निशान।

इसके पहले तीनों कैदियों को अलग-अलग जेलो में रखा गया था फिर बाद में उन्हें रिटेंशन सेंटर में शिफ्ट किया गया।

इस पूरी घटना में प्रशासन के आला अधिकारी जवाब देते हुए बच रहे हैं। किसी भी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा स्पष्ट रूप से कोई जवाब नहीं दिया गया है। जेल सुपरिंटेंडेंट भी छुट्टी पर दिल्ली गए हुए ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है।

झारखंड के प्रमुख केंद्रीय कारगर में से एक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारागार में इस प्रकार की लगातार घटित होती घटनाएं यहां के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हैं और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है।

यदि कैदी फरार हुए हैं तो कहीं ना कहीं कोई कमी या सुरक्षा में चूक अवश्य रही होगी अन्यथा प्रशासन की सतर्कता रहने से ऐसी घटनाएं कभी नहीं घटित होती इसके पूर्व भी इस प्रकार की घटनाएं घटित हो चुकी है परंतु इसके बावजूद भी अंकुश न लगना सुरक्षा निगरानी पर सवाल खड़ा करता है।

सवाल बनता है कि इन कैदियों के फरार होने में कहा चूक रह गई।सुरक्षा व्यवस्था में कहां कमी रह गई?कैसे वे इतनी सुरक्षा के बाद भी भाग निकले और इस चूक का जिम्मेदार कौन है?

You may like this

Don’t miss out! Follow us on Facebook, Instagram and YouTube today.