सेल्फ़ी लेना बना जानलेवा ,तेज बहाव में बहे रांची के शिक्षक और हजारीबाग का युवक
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सेल्फ़ी लेना बना जानलेवा ,तेज बहाव में बहे रांची के शिक्षक और हजारीबाग का युवक
जलप्रपातों का शहर रांची जहां कई छोटे बड़े जलप्रपात है। यहां जलप्रपात की सुंदरता देखने लायक है।यहां पर झारखंड के अलग-अलग जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों के भी हजारों लोग छुट्टियां मनाने और घूमने आते हैं। लेकिन इसकी सुंदरता के साथ-साथ यह काफी खतरनाक भी है पहाड़ों पत्थरों से घिरा होने और गहरा होने के कारण, आए दिन यहां पर कई घटनाएं घटित होती रहती है। इसी क्रम में एक दर्दनाक घटना और घटित हुई है।झारखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जोन्हा फॉल में 19 जून गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया।जहां डीपीएस स्कूल रांची के एक शिक्षक सेल्फी लेने के दौरान झरने के तेज बहाव में बह गए। घटना के बाद से अब तक शिक्षक की खोज जारी है। दो दिन से लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण जल प्रपातों में तेज उफान देखा जा रहा है, जिससे खोज में कठिनाई आ रही है।
उनकी पहचान माइकल घोष (40 वर्ष) के रूप में हुई है।जो रांची के अलकापुरी डीबडीह के निवासी थे।और डीपीएस स्कूल रांची में म्यूजिक टीचर के रूप में कार्यरत थे। जानकारी के मुताबिक, वह गुरुवार दोपहर अपने दो शिक्षक साथियों पंकज श्रीवास्तव और ऋतिक समद के साथ कार (UP 14 CM-1020) से जोन्हा फॉल घूमने पहुंचे थे।
तीनों शिक्षक झरने के उस ऊपरी हिस्से तक चले गए जहां से तेज रफ्तार में पानी नीचे गिरता है। इस दौरान जब वे झरने की खूबसूरती का आनंद ले रहे थे। माइकल घोष तेज बहाव के बेहद करीब जाकर सेल्फी लेने लगे। इसी क्रम में उनका संतुलन बिगड़ गया और वे देखते ही देखते झरने की तेज धारा में बह गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा। पेटरवार थाना प्रभारी हीरालाल शाह ने स्थानीय पर्यटन मित्रों और ग्रामीणों की मदद से खोज अभियान शुरू कराया। हालांकि, लगातार हो रही बारिश और झरने में पानी के अत्यधिक बहाव के कारण उनकी तलाश में कई तरह की बाधा आ रही है। पर्यटन मित्रों का कहना है कि बारिश रुकने के बाद ही तलाश फिर से शुरू की जा सकेगी।
गौरतलब है कि झारखंड के हुंडरू फॉल, सीता फॉल और जोन्हा फॉल जैसे जल प्रपातों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के कारण तेज उफान देखा जा रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस घटना ने एक बार फिर पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेष रूप से उन जगहों पर जहां खतरनाक क्षेत्रों के लिए पर्याप्त चेतावनी संकेत और बैरिकेडिंग नहीं है।
झारखंड में मानसून ने जनजीवन अस्त -व्यस्त कर दिया है। कई पुल टूट गए हैं। तो डैम का पानी खतरे के निशान पर आ गए हैं। इतना ही नहीं भारी बारिश के दौरान राज्य में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
खोजबीन के लिए एनडीआरएफ की टीम पहुंची
Representative file photo of NDRF team
घटना हुए 2 दिन हो चुके हैं, लेकिन टीचर माइकल घोष का अभी तक कुछ पता नहीं लग सका है। शिक्षक की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची परंतु कई प्रयासों के बाद भी अभी तक किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
बड़कागांव का युवक नदी के बहाव में बहा
ईधर, हजारीबाग के बड़कागांव में शुक्रवार दोपहर 12 सोनपुरा गांव निवासी 30 वर्षीय पवन राणा (पिता पुरण राणा) शिवाडीह हहारो नदी के तेज बाढ़ में बह गया। ग्रामीणों द्वारा काफी खोजबीन की गई परंतु पवन नहीं मिला। घटना की जानकारी मिलते सदर अनुमंडल पदाधिकारी बैद्यनाथ कामति,बड़कागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी जितेंद्र कुमार मंडल एवं बड़कागांव अंचलाधिकारी मनोज कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति से अवगत हुए। इस दौरान पदाधिकारी ने लगभग 4 से 5 किलोमीटर तक नदी में काफी खोजबीन की गई। परंतु कहीं पर भी उसका पता नहीं चला।पवन का कोई अच्छा पता नहीं चला। पिछले चार दिनों से भारी बारिश हो रही है जिसमें 8 से 10 फीट तक पानी नदियों में देखा जा रहा है। यह नदी दामोदर जैसी बड़ी नदियों में जाकर मिलती है। घटना को लेकर पवन के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।शिवाडीह नदी में बहा युवक लापता एसडीओ,बीडीओ और सीओ घटना स्थल पर पहुंचे,लेकिन उनके हाथ भी निराशा लगी। खोजबीन की जा रही है। अभी तक की जानकारी के अनुसार युवक की तलाश जारी है।